मारुति सुजुकी ने अपनी पहली बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (BEV) eVitara के लिए बायबैक प्रोग्राम और बैटरी-एज़-ए-सर्विस (BaaS) सब्सक्रिप्शन मॉडल पेश करने की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए उपभोक्ताओं में विश्वास बढ़ाना और उच्च प्रारंभिक लागत को कम करना है।
कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (मार्केटिंग और सेल्स) पार्थो बनर्जी ने कहा कि ईवी के पुनर्विक्रय मूल्य को लेकर उपभोक्ताओं में असमंजस है। आईसीई (ICE) वाहनों के स्थिर पुनर्विक्रय मूल्य के विपरीत, इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी की डिग्रेडेशन के कारण भविष्य में मूल्य अनिश्चित रहता है, क्योंकि बैटरी कुल लागत का लगभग 40% होती है।
मारुति सुजुकी का मानना है कि BaaS मॉडल से यह चिंता कम की जा सकती है। BaaS के तहत, उपभोक्ता केवल बैटरी के उपयोग के लिए सब्सक्रिप्शन या प्रति किलोमीटर भुगतान करेंगे, जिससे वाहन की शुरुआती लागत घट जाएगी। कंपनी ने कहा की कि यह मॉडल eVitara में जल्द ही भारत में पेश किया जाएगा।
बाजार में पहले से ही कुछ कंपनियां जैसे जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर (JSW MG Motor), हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp) और एथर एनर्जी (Ather Energy), अपने ईवी में बायबैक और BaaS जैसी योजनाएं पेश कर रही हैं। उदाहरण के लिए, जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर ने विंडसर ईवी के लिए BaaS मॉडल पेश किया है, जिसमें बैटरी अलग से किराए पर दी जाती है।
हालांकि, कुछ ऑटोमेकर BaaS मॉडल के व्यवहार्यता पर संदेह जताते हैं, यह कहते हुए कि यह उपभोक्ता के लिए अतिरिक्त जटिलता और लागत बढ़ा सकता है। फिर भी, मारुति सुजुकी का मानना है कि BaaS मॉडल से बैटरी की गिरावट के कारण ईवी के पुनर्विक्रय मूल्य की चिंता को कम किया जा सकता है, और इससे उपभोक्ताओं में ईवी के प्रति विश्वास बढ़ सकता है।