सिट्रोएन इंडिया (Citroën India) और मिलो ड्राइव (Milo Drive) ने एक बड़ी साझेदारी करते हुए पूरे देश में 500 सिट्रोएन ë-C3 इलेक्ट्रिक वाहनों की तैनाती के लिए समझौता (MoU) किया है। यह घोषणा 21 नवंबर 2025 को की गई। इन वाहनों को मिलो ड्राइव के फ्लीट ऑपरेटिंग सिस्टम में जोड़ा जाएगा, जो ड्राइवरों को कई राइड-हेलिंग, ट्रैवल और कॉर्पोरेट मोबिलिटी प्लेटफॉर्म से जोड़ता है।
इस साझेदारी के तहत, मिलो ड्राइव इन इलेक्ट्रिक वाहनों को अपने तकनीकी प्लेटफॉर्म में शामिल करेगा, जो फ्लीट ऑपरेटरों और ड्राइवरों को डिमांड रूटिंग, उपयोग एनालिटिक्स और प्रदर्शन ट्रैकिंग जैसी सुविधाएँ देता है। वहीं, सिट्रोएन बैटरी मॉनिटरिंग और परफॉर्मेंस डेटा भी उपलब्ध कराएगी, जिससे फ्लीट संचालन और बेहतर होगा।
स्टेलांटिस इंडिया के बिज़नेस हेड और डायरेक्टर शिशिर मिश्रा ने कहा कि यह साझेदारी भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बड़े पैमाने पर बढ़ाने के लिए जरूरी है। उन्होंने बताया कि ë-C3 की रेंज और कम परिचालन लागत इसे साझा मोबिलिटी (शेयरिंग) के लिए एक बढ़िया विकल्प बनाती है।
मिलो ड्राइव के सह-संस्थापक मोनिल जयेशकुमार खत्री ने कहा कि यह साझेदारी ड्राइवरों को मिलो के टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म की मदद से अपना खुद का मोबिलिटी बिज़नेस बढ़ाने में मदद करेगी।
मिलो ड्राइव, जिसकी स्थापना मोनिल खत्री और विशाल जेवराजका ने की है, फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए ड्राइवरों को वाहन उपलब्ध कराता है और उन्हें कई राइड-हेलिंग और कॉर्पोरेट ट्रांसपोर्ट सेवाओं से जोड़ता है। कंपनी के पास अभी 300 से अधिक वाहन हैं और वह देशभर में 2.5 लाख से ज्यादा राइड पूरी कर चुकी है।
सिट्रोएन, जिसकी स्थापना 1919 में हुई थी और अब स्टेलांटिस समूह का हिस्सा है, दुनिया के 101 देशों में मौजूद है और उसके 6,200 सेल्स और सर्विस प्वाइंट हैं। कंपनी इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों की एक विस्तृत रेंज प्रदान करती है।