त्सुयो मैन्युफैक्चरीग (Tsuyo Manufacturing) ने कर्नाटक सरकार के साथ एक Letter of Intent (LOI) साइन किया है, जिसके तहत कंपनी राज्य में एक नई ईवी पावरट्रेन मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री और बड़े कमर्शियल व्हीकल टेस्टिंग ट्रैक की स्थापना करेगी। यह समझौता Bengaluru Tech Summit 2025 के दौरान राज्य के अधिकारियों और उद्योग विशेषज्ञों की मौजूदगी में हुआ।
नई सुविधा में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से जुड़े कई अहम कंपोनेंट्स बनाए जाएंगे, जिनमें अलग-अलग प्रकार के मोटर, ई-ड्राइव, ई-एक्सल, ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन, इंटीग्रेटेड पावरट्रेन यूनिट्स और हैवी कमर्शियल EVs के लिए पूरी असेंबली शामिल होगी। साथ ही, यहां बसों, ट्रकों, माइनिंग वाहनों और औद्योगिक EVs के लिए फील्ड टेस्टिंग और वैलिडेशन के लिए एक बड़ा टेस्टिंग ट्रैक भी होगा।
त्सुयो (Tsuyo) के अनुसार, यह प्लांट 0.5 kW से 250 kW तक की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को सपोर्ट करेगा, जिसे पार्टनर्स CETL और LvKON की मदद से 600 kW तक बढ़ाया जा सकेगा। कंपनी का कहना है कि यह प्रोजेक्ट घरेलू उत्पादन बढ़ाने, सप्लाई चेन को मजबूत करने और देश के बढ़ते हैवी कमर्शियल EV सेक्टर को गति देने में मदद करेगा।
यह पहल राज्य में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करने के साथ-साथ औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा देगी। कंपनी का मानना है कि उन्नत टेस्टिंग और वैलिडेशन इंफ्रास्ट्रक्चर भारत की विविध सड़क और उपयोग की स्थितियों के हिसाब से बेहतर EV पावरट्रेन तकनीक विकसित करने में मदद करेगा।
कर्नाटक सरकार ने कहा कि यह प्रोजेक्ट राज्य के ईवी निवेश और स्थानीय उद्योग को बढ़ावा देने के मिशन के अनुरूप है और क्षेत्र में ईवी सेक्टर के लिए नए अवसर खोलेगा।