भारत के रत्न-आभूषण निर्यात में अक्टूबर में 30% से ज्यादा गिरावट

भारत के रत्न-आभूषण निर्यात में अक्टूबर में 30% से ज्यादा गिरावट

भारत के रत्न-आभूषण निर्यात में अक्टूबर में 30% से ज्यादा गिरावट
भारत के रत्न और आभूषण निर्यात में अक्टूबर में 30% से अधिक की तेज गिरावट दर्ज की गई, जिसका कारण अग्रिम खरीदारी और सोने-चांदी की अस्थिर कीमतें बताई गईं।

भारत के रत्न और आभूषण (Gems & Jewellery) निर्यात में अक्टूबर महीने में भारी गिरावट देखने को मिली है। GJEPC (जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2024 में निर्यात 30.57% घटकर 2.17 बिलियन डॉलर (19,172.89  करोड़ रुपये) रह गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 3.12 बिलियन डॉलर (26,237.1 करोड़ रुपये) था।

जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) के चेयरमैन किरित भंसाली ने बताया कि अमेरिका में लागू होने वाले टैरिफ के कारण खरीदारों ने अपनी खरीदारी पहले ही पूरी कर ली, जिसकी वजह से अक्टूबर में मांग कमजोर रही। इसके अलावा, सोने-चांदी की अस्थिर कीमतों ने भी निर्यात पर प्रभाव देखने को मिला । उन्होंने कहा कि नवंबर में मांग बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि चीनी बाजार में सुधार के संकेत मिल रहे हैं और क्रिसमस सीजन की खरीदारी शुरू होगी।

मुख्य श्रेणियों के निर्यात में गिरावट

कट और पॉलिश्ड डायमंड

निर्यात 26.97% घटकर 1.03 बिलियन डॉलर (9,071.41 करोड़ रुपये) रहा, जो पिछले साल 1.40 बिलियन डॉलर (11,806.45 करोड़ रुपये) था।

पॉलिश्ड लैब-ग्रोन डायमंड

निर्यात 34.90% घटकर 94.37 मिलियन डॉलर (834.45 करोड़ रुपये) रहा, जो पिछले साल 144.96 मिलियन डॉलर (1,218.25 करोड़ रुपये) था।

गोल्ड ज्वेलरी

निर्यात 28.4% गिरकर 850.15 मिलियन डॉलर (7,520.34 करोड़ रुपये) रहा, जबकि अक्टूबर 2023 में यह 1.19 बिलियन डॉलर (9,975.17 करोड़ रुपये) था।

सिल्वर ज्वेलरी

निर्यात 16% घटकर 121.37 मिलियन डॉलर (1,072.81 करोड़ रुपये) रहा, जो एक साल पहले 145.05 मिलियन डॉलर (1,219.01 करोड़ रुपये) था।

कलर्ड जेमस्टोन्स (अप्रैल–अक्टूबर अवधि)

3.21% की गिरावट के साथ निर्यात 250.14 मिलियन डॉलर (2,173.08 करोड़ रुपये) रहा।

आगे बेहतर परफॉरमेंस की उम्मीद

अक्टूबर की तेज गिरावट के बावजूद उद्योग को उम्मीद है कि नवंबर और दिसंबर में निर्यात में सुधार देखने को मिलेगा, क्योंकि वैश्विक मांग त्योहारों और छुट्टियों के सीजन में बढ़ती है।

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